बबूल के फायदे और नुकसान for Dummies
तुलसीदास ने अपनी पत्नी रत्नावली के लिए किस शब्द का प्रयोग किया है - tulaseedaas ne apanee patnee ratnaavalee ke lie kis shabd ka prayog kiya hai
आयुर्वेद के अनुसार, बबूल एक बहुत ही उत्तम औषधि है। इसलिए अगर आप बीमारियों में बबूल का इस्तेमाल करते हैं निःसंदेह आपको बहुत फायदा मिल सकता है। आइए जानते हैं कि जिस पेड़ को बहुत ही साधारण समझा जाता है, उस बबूल से क्या-क्या लाभ मिल सकता है।
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बबूल के पत्ते का काढ़ा अथवा पत्ते के पेस्ट को तण्डुलोदक के साथ प्रयोग करने से दस्त और पेचिश में फायदा होता है।
उत्पादन से आप क्या समझते हैं उत्तर - utpaadan se aap kya samajhate hain uttar
औषधीय गुणों से भरपूर बबूल के पत्तियां को घाव भरने में बहुत ही फायदे मंद माने जाते हैं। बबूल के पत्तों का इस्तमाल रक्त स्राव एवं संक्रमण रोकने में किया जा सकता है साथ ही बबूल से घावों को ठीक किया जाता है।
मासिक धर्म से जुड़ी परेशानियों में फायदेमंद
बबूल का इस्तेमाल डायरिया को ठीक करने के लिए भी किया जा सकता है। इसे आपको ओ -आर- एस में मिलाकर भी पी सकते हैं। डायरिया में बार बार टॉयलेट जाने के बाद बहुत click here कमजोरी आ जाती है तो उस कमजोरी को ठीक करने के लिए बबूल की गोंद का सेवन किया जा सकता है। इ
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बबूल गोंद क्या है यह तो आप जान ही चुके हैं। अब बबूल गोंद के फायदे पर एक नजर डाल लेते हैं।
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बबुल के पत्तों को घाव भरने के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। बबुल के पत्ते और छाल में रक्तस्राव और संक्रमण को नियंत्रित करने की क्षमता होती है, जिससे घावों, कट्स और चोटों को ठीक किया जा सकता है।
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